मंगलवार, 29 नवंबर 2011

आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का आरोप

उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक यकायक दो आईपीएस अधिकारियों की ओर से सरकार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाना ये दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। अभी डीआईजी डीडी मिश्रा के माया सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाने के कुछ ही दिन बीते थे कि एक बार फिर एक आईपीएस अधिकारी ने खुद को सरकार द्वार प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। खुद पर प्रताड़ना का आरोप लगाने वाले इस पुलिस अधिकारी का नाम अमिताभ ठाकुर है। उत्तर प्रदेश में यह दूसरी बार है कि एक के बाद एक दो आईपीएस अधिकारियों ने सरकार द्वार खुद को प्रताड़ित किए जाने की बात कही है।
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने प्रमुख सचिव (गृह) कुंवर फतेह बहादुर मुख्यमंत्री के सचिव विजय सिंह समेत कई दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों पर खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। अमिताभ ने बताया कि उन्हें लंबे समय से परेशान किया जा रहा है। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका भी दायर की है जिसमें प्रताड़ना की बात कही गई है।
आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले अग्निशमन विभाग में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डी डी मिश्रा ने राज्य की मायावती सरकार को भ्रष्टाचार में डूबी व महाचोर सरकार करार दिया था। इसके बाद 4 नवंबर को सरकार ने उन्हें मानसिक रूप से बीमार करार देकर जबरन राजधानी के छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती करा दिया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बाई-पोलर डिसआर्डर से पीड़ित करार दिया था। मिश्रा को 9 नवंबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद मिश्रा का तबादला भ्रष्टाचार निवारण विभाग में डीआईजी के पद पर कर दिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें