सोमवार, 18 अप्रैल 2011

आपस में प्रतिस्पर्धा न करें ब्राह्मण : ताराकांत



पटना : बिहार प्रदेश सर्व ब्राह्मण-भूमिहार ब्राह्मण महासभा की ओर से शनिवार को जमात के मंत्रियों, विधायकों एवं पार्षदों को सम्मानित किया गया. विधान परिषद के सभापति पंडित ताराकांत झा ने स्वामी सहजानंद एवं डॉ श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सम्मान समारोह की शुरुआत की.

कहा-प्राचीन काल से देश में परिवर्तन का नेतृत्व ब्राह्मण समाज ने किया. लेकिन
, आज का ब्राह्मण समाज उपजातियों में बंट कर दूसरे से अपने को ऊंचा दिखाने की प्रतिस्पर्धा में लगा है. भूमिहार जाति को अपना अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि वे स्वयं को ब्राह्मण कहना शुरू करें.

पंडित झा ने ब्राह्मणों को आपस में बांटने को समाज व देश के लिए घातक बताते हुए ब्राह्मण समाज से
एक बनो और नेक बनो के रास्ते पर चलने का आह्वान किया. महासभा के कार्ये की सराहना की. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सीपी ठाकुर ने कहा कि सर्व ब्राह्मणों से ब्राह्मण समाज और सबल होगा और इसकी सामाजिक पहचान व कद और बड़ा होगा.

व्यापक स्तर पर ब्राह्मण एकता कायम करते हुए अंतर घटक वैवाहिक संबंध को प्रश्रय देना और नया समाज बनाना हमारा मुख्य उद्देश्य है. इसे प्राप्त करने के लिए महासभा ने
2010 में पूरे प्रदेश में परशुराम-रथ से यात्रा एवं चेतना जागरण किया. सभा की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विजय चौधरी ने की.

महासभा ने परशुराम मंदिर एवं परशुराम धर्मशाला बनाने का निर्णय लिया और इसके लिए पटना में एक भूखंड उपलब्ध कराने के लिए आगंतुकों से कहा. मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह
, महासभा के संरक्षक मुक्तेश्वर ओझा, समिति के प्रदेशाध्यक्ष धर्मवीर शुक्ला, विधान पार्षद राम किशोर सिंह, रजनीश कुमार, मुन्नी देवी, मीणा द्विवेदी, गुड्डी चौधरी, ललन कुंवर, सुरेश शर्मा, सतीश कुमार दुबे व राजेश्वर राज ओद उपस्थित थे.












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