राज नारायण, समाजवादी नेता, संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को हराया ,
श्री नारायण ब्रिटेन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय और बाद में विपक्ष के आंदोलनों के अपने नेतृत्व के लिए जाने जाते है.
सबसे पहले 1966 में भारत की लोकसभा के लिए चुने गए,राज नारायण ने गांधी पर चुनाव धोखाधड़ी का आरोप लगाया और इंदिरा गांधी के खिलाफ याचिका दायर की है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय, 12 जून 1975, आरोपों को सही ठहराया और इंदिरा गांधी के चुनाव को भी उसके अगले 6 वर्षों के लिए लोकसभा चुनाव में से अयोग्य करार दिया.
आपातकाल के समय श्री नारायण सहित हजारों को गिरफ्तार किय गया, और समाचार सेंसरशिप लगा दी गयी.
राज नारायण लगभग दो साल बाद श्रीमती गांधी को हराया
उन्हे प्रधानमंत्री से रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र में निर्णायक जीत मिली.
प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की नई सरकार में श्री नारायण स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया गया.
श्री देसाई ने जनता पार्टी सरकार के खिलाफ काम करने के लिए श्री नारायण और उसके प्रमुख सहयोगी, गृह मंत्री चरण सिंह को पद से हटा दिया गया.
राज नारायण 1917 में उत्तर प्रदेश में भूमिहार ब्राह्मण परिवार में पैदा हुआ था और एमए और एलएलबी अध्ययन किया. वह वाराणसी में पैदा थे.
डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली में 31 दिसंबर 1986 23:55 बजे निधन हो गया,
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